सकारात्मक भुगतान प्रणाली - Personal Banking
सकारात्मक भुगतान प्रणाली (पीपीएस)
भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्देशों के अनुसार बैंक ने 01.01.2021 से प्रभावी चेक भुगतान (नकद/अंतरण/समाशोधन) के सभी तरीकों के लिए सकारात्मक भुगतान प्रणाली (पीपीएस) लागू की है। यह चेक से छेड़छाड़/परिवर्तन के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए एक उपाय है। सकारात्मक भुगतान प्रणाली में चेक के प्रमुख विवरणों का बैंक द्वारा पुन: पुष्टि करना शामिल है, जिसे भुगतान प्रसंस्करण के समय प्रस्तुत चेक के साथ क्रॉस-चेक किया जाएगा।
एसबीआई में लागू सकारात्मक भुगतान प्रणाली में निम्नानुसार दो चरणों वाली प्रक्रिया शामिल है:
Last Updated On : Thursday, 10-03-2022