ईसीबी एवं सिंडीकेशन / बाह्य वाणिज्यिक उधार एवं समूहन
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) एवं समूहन विभाग का ग्राहक संबंध दायरा
1. द्विपक्षीय विदेशी मुद्रा ऋण/ बाह्य वाणिज्यिक उधार:
आपकी पूंजीगत व्यय आवश्यकताओं की पूर्ति
भारतीय कॉरपोरेट्स के लिए कोई विदहोल्डिंग टैक्स नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ईसीबी दिशानिर्देशों के तहत अनुमति प्राप्त उद्देश्यों के लिए भारतीय कॉरपोरेट्स की विदेशी मुद्रा वित्त पोषण की आवश्यकता को पूरा करना
विदेशी पूर्णत: स्वाधिकृत सहायक कंपनी / संयुक्त उद्यम की विदेशी मुद्रा निधि की आवश्यकता को पूरा करना
विलयन और अधिग्रहण लेन-देन के लिए
भारतीय मूल कंपनी के प्रति दायित्व सहित अन्य उद्देश्यों के लिए
2 विदेशी मुद्रा ऋणों/ ईसीबी का वैश्विक समूहन
मैंडेटेड लीड अरेंजर और बुकरनर के रूप में पिछले कई वर्षों से मार्केट लीडर
भारतीय कॉरपोरेट्स के लिए कोई विथ्होल्डिंग टैक्स नहीं
एपीएलएमए द्वारा 2012 में पुरस्कारों की शुरुआत के बाद से प्रति वर्ष एमएलएबी ऑफ द ईयर (भारत) से सम्मानित किया गया”